मेरी नाव तुम्हारे हाथ में है , जगदम्बे पार लगा देना
पापी मन के अंधियारे में , इक प्यार का दीप जला देना
जीवन तो दिया कुछ करने को , पर भूल गया भव झंझट में
मै एक अभागा राही हूँ , हे माँ मुझे राह दिखा देना
तुम भक्तन की हितकारी हो , करती सबका कल्याण तुम्ही
मुझ दींन की हालत देख ज़रा , मेरे बिगड़े काज बना देना
अगर भूल जाऊँ मै तुमको पर , मुझको भूल न जाना तुम
आकर तुम किसी बहाने से , मेरी भूल याद दिला देना
तुम जगतारण जगमाता हो , मै तेरा ही इक बालक हूँ
इस दास के हृदय आँगन में , एक दया का दीप जला देना
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