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रविवार, 7 जून 2015

माता की भेंट - 128



आ जाओ बुलाएं तुमको माँ , तू मैया भोली भाली  है 
अब दर्शन दो न देर करो, सारे जग की माँ रखवाली है 

तेरे बिन मेरी कौन सुने,  सारा जग वैरी माता बने 
बेदर्द है माता सारा जहां 

दिल में मेरे तो आस लगी, तेरे दर्शन की मुझे प्यास लगी 
अब तो मेरे दिल की सुनले सदा 

दुनिया ने जो ताने मुझको दिए , मेरी माता हमने आंसू पिए 
अब तो आके मेरी लाज बचा 

मेरी भूले माता माफ़ करो,  बच्चा हूँ तेरा सिर हाथ धरो 
सुनले तू मेरे दिल की जुबां 

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