तुम मुझे पार करो या न करो , मै तेरा नाम लिए जाऊंगा
इस जीवन में मिलो या न मिलो , मै तेरी आस किये जाऊंगा
तुमने ही पाल के मुझको किया इस काबिल ,
कैसे इस ऋण को चुका सकता हूँ ये है मुश्किल
मुझमे जब तक है सलामत यह जी, मै तेरा गान किये जाऊंगा
मेरी माँ वर दे मुझे , मेरे कदम रुक न सके
मेरी आशा के दीपक भी कभी बुझ न सके
तुम मेरी प्यास बुझाओ या नही , मै चरण धोके पिए जाऊंगा
मेरी ये स्वास की ज्योति जो हो बुझने वाली
तो मुझे पास बुला लेना ओ शेरा वाली
मेरा दम निकले तेरे कदमो में, मैया ये विनती किये जाऊंगा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें