दिल करदा ऐ माता , तेरे द्वार ते आवा मै
तेरी जोत जगा के माँ , तेरा दर्शन पावां मै
जग वाल्या तो माता , मै मुँह नू मोड़ लया
महिमा सुण तेरी माँ , सब नाता तोड़ लया
हुन कोई नही दिल दा , माँ किसनू सुनावा मै
तेरे हुन्दया माँ मेरी दस कित्थे जावा मै
आज बक्शो माँ मैनू , तैनू शीश झुकावा मै
आ जाओ इक वारी , पया तरले पावा मै
माँ कीते कर्म जेह्ड़े , ओहना तो पछतावा मै
तेरे हुन्दया मेरी , किसे दर क्यों जावा मै
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें