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सोमवार, 8 जून 2015

माता की भेंट - 140



दिल का दुखड़ा माँ सुनाने आ गया 
हाले  दिल तुमको बताने आ गया 

चर्चे तेरे नाम के दोनों जहाँ 
सुनके तेरे मै तराने आ गया 

दुनिया ने मुझपे सितम लाखो किये 
खुद को मै अब तो मिटाने आ गया 

सर पे पापो की गठिरया को लिए 
लगता है अब तो ठिकाने आ गया 

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