मुझे मैया जी तेरी आस है , तेरे दर्श की मुझको प्यास है
तेरे दर पे मिटने आये है , तेरे बिन जी मेरा उदास है
तेरे दर्श की मुझको आरजू , तेरा दर्श ही मेरी जुस्तजू
तेरा द्वार मै कैसे छोड़ दूँ , तेरे नाम की मुझको आस है
तेरा नाम मै रटती रहूं , तेरा जाप मै करती रहूँ
तेरी कृपा हो तो मैया जी , मुझे डर क्या तू मेरे साथ है
तेरी सूरत मन में बसती है , तेरे दम से ही मेरी हस्ती है
तेरे बिन मै तो कुछ नही, तेरे बिन क्या मेरी बिसात है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें