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मंगलवार, 2 जून 2015

माता की भेंट - 73



यह नियम मैया जी निभाना पड़ेगा 
रोके मैया जी मुझको रोके ये अकबर 
तुमको आना पड़ेगा 

अकबर ने घोड़े मेरे की जान गवाई 
करो इसे जिन्दा आकर सच्ची महामाई 
रक्षा करो, कष्ट हरो, दर्श दिखाना तुमको आना पड़ेगा 

तरसती है आँखे दिल ने आवाज़ दी है 
मैया तेरे मिलने को आवाज़ दी है 
जाने मैया जाने मैया तेरे दर जाना  तुमको आना पड़ेगा

विनती हमारी मैया आपके आगे 
नाम की लाज को दाग न लागे 
 शक्ति मैया , शक्ति से घोड़े को जीवाणा  तुमको आना पड़ेगा

प्रेम देख मैया ने आ भक्त को तारा 
घोड़े को ज़िंदा किया कष्ट निवारा 
माँ सेवक की अब इस आस को पुजाना  तुमको आना पड़ेगा

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