आया भक्त द्वारे मैया तेरे , करो पूर्ण मनोरथ मेरे
तेरे चरणो में लगा के मैया डेरे , चाहता पूजना हूँ शाम सवेरे
जगमग जगमग जग रही है , सुन्दर जोत तुम्हारी
शेर सवारी तेरी मैया , लग रही प्यारी प्यारी
ओ तेरे सुन्दर भवन उचेरे
जीवन सफल बनादो मेरा , यह चाहना है मन की
नाम साबुन मुझे बक्शो माँ , मैल धुले तन मन की
ओ मेरे काट दो चौरासी वाले फेरे
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