मेरे ये गीत तुम्हारा दिल बहलाने आयेंगे
मेरे बाद तुम्हें मेरी याद भी ये दिलायेंगे
अभी तो थोड़ी आंच बाकी है न छेड़ो राख को
कोई तो चिंगारी फिर सुलगाने को आयेंगे
अभी तो तपती धूप है और पथ सुनसान है
आगे बढोगे तुम तो फिर मौसम सुहाने आएंगे
कितनी बिसरी यादों के मंजर अधूरे रह गए
लोग अपने ग़मो को भुलाने यहॉ पर आयेंगे
@मीना गुलियानी
मेरे बाद तुम्हें मेरी याद भी ये दिलायेंगे
अभी तो थोड़ी आंच बाकी है न छेड़ो राख को
कोई तो चिंगारी फिर सुलगाने को आयेंगे
अभी तो तपती धूप है और पथ सुनसान है
आगे बढोगे तुम तो फिर मौसम सुहाने आएंगे
कितनी बिसरी यादों के मंजर अधूरे रह गए
लोग अपने ग़मो को भुलाने यहॉ पर आयेंगे
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