कौन हो तुम जो मेरे हृदय में समाये हुए हो
कौन जो मेरी कसक को बढाये हुए हो
कौन हो तुम जो अपनी मधुरता बढाये हुए हो
कौन हो तुम अपरिचित लोचनों में समाये हुए हो
कौन हो तुम जो मेरे स्वप्नों में समाये हुए हो
कौन हो तुम जो मेरी नींदें उड़ाए हुए हो
कौन हो तुम जो मेरी साँसों में समाये हुए हो
कौन हो तुम अपने प्रेम में बन्दी बनाये हुए हो
@मीना गुलियानी
कौन जो मेरी कसक को बढाये हुए हो
कौन हो तुम जो अपनी मधुरता बढाये हुए हो
कौन हो तुम अपरिचित लोचनों में समाये हुए हो
कौन हो तुम जो मेरे स्वप्नों में समाये हुए हो
कौन हो तुम जो मेरी नींदें उड़ाए हुए हो
कौन हो तुम जो मेरी साँसों में समाये हुए हो
कौन हो तुम अपने प्रेम में बन्दी बनाये हुए हो
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