सबसे पहले प्यार के तुमने भेजे थे पैगाम मुझे
@मीना गुलियानी
आज उन्हीं पैगामों ने ही कर डाला बदनाम मुझे
पायल के घुँघरू भी छनके आई न आवाज़ तुझे
तुम भी थे मसरूफ़ उधर तो थोड़ा सा काम मुझे
जो करते हैं जख्मी हमको देंगे न इल्ज़ाम तुझे
एक ज़रा सा हमने टोका कर डाला बदनाम मुझे
कितने नश्तर दिल में चुभोए दिया न था इल्ज़ाम तुझे
तुमने तो कोहराम मचाकर कर डाला नाकाम मुझे
तेरे फूलों की ठंडक से आता था आराम मुझे
लेकिन अब उसके कांटे भी देते हैं आराम मुझे
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