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शनिवार, 26 नवंबर 2016

कर डाला बदनाम मुझे

सबसे पहले प्यार के तुमने भेजे थे पैगाम मुझे 
आज उन्हीं पैगामों ने ही कर डाला बदनाम मुझे 

पायल के घुँघरू भी छनके आई न आवाज़ तुझे 
तुम भी थे मसरूफ़ उधर तो थोड़ा सा काम मुझे 

जो करते हैं जख्मी हमको देंगे न इल्ज़ाम तुझे 
एक ज़रा सा हमने टोका कर डाला बदनाम मुझे 

कितने नश्तर दिल में चुभोए दिया न था इल्ज़ाम तुझे 
तुमने तो कोहराम मचाकर कर डाला नाकाम मुझे 

तेरे फूलों की ठंडक से आता था आराम मुझे 
लेकिन अब उसके कांटे भी देते हैं आराम मुझे 
@मीना गुलियानी 

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