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रविवार, 31 मई 2020

जून तुम्हारा स्वागत है यहाँ

जून तुम्हारा स्वागत है यहाँ
दिल की उमंगें हैं सब जवां
सुनलो दिल की तुम दास्तां
फूलों से महकती हैं घाटियाँ
दिल चुराती हैं तेरी मस्तियाँ
रंग भरे फूलों भरा गुलिस्तां
किसको अब होश है यहाँ
बिन पिए मदहोश सब यहाँ
सारा दुःख भूले हम हैं यहाँ
सुरम्य वातावरण है यहाँ
@मीना गुलियानी

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