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रविवार, 24 मई 2020

और दोनों हँस दिए -कहानी

शमा आज गुमसुम सी रात के अँधेरे में बैठी थी।  उसकी मम्मी आई तो प्यार से पूछा क्या बात है।   आज तो बहुत ही उदास लग रही है।  क्या अरुण से फिर कोई झगड़ा हो गया है।  शमा एकदम तमक कर  बोली मम्मी आज के बाद तो नाम भी मत लेना कभी उसका।   मैंने भी तय कर लिया है मैं तो अब जिंदगी भर उससे बात नहीं करुँगी।  मम्मी पूछने लगी - बता मेरी लाडो क्या बात हो गई जो इतनी उससे तू खफा हो गई।  जो एक पल को भी अलग नहीं रहना चाहती थी। शमा बोली -आजकल वो बिल्कुल बदल गया है।  मेरी चोटी पकड़कर खींचता नहीं है।  कभी मुझे छेड़ता भी नहीं है।  कभी रास्ते में साथ नहीं चलता दो कदम आगे या दस कदम पीछे रहता है।   अब मुझे मोटो भी नहीं कहता।  सारी कुल्फी खुद ही गप कर  जाता है।  पहले तो वो ऐसा नहीं था बात बात पर झगड़ा करता था।  कुल्फी भी छीनकर खा जाते थे हम दोनों।  वो जब भी मेरी चोटी खींचता था और  
मोटो कहता था तो मुझे बहुत उस  पर प्यार आता था।   मैं तो उस पर झूठा रोब जमाती थी।   अब तो लगता है  वो किसी दूसरी लड़की को जो हमारे ही साथ आती जाती थी उसको पसंद करता है।  शिबू है  उसका नाम उससे ही बातें करता रहता है।   आप ही बताओ मुझे गुस्सा नहीं आएगा।

मम्मी बोली - अच्छा तो यह बात है तू उसको घर पर बुला लेना मैं उसे समझा दूँगी।   शमा बोली -नहीं मम्मी मैं खुद ही अपनी उलझन को सुलझाऊँगी।  दूसरे ही दिन शमा को अरुण सामने से आता हुआ दिखा तो उसने गुस्से से अपना मुँह फिरा लिया और अनदेखा कर दिया।   अरुण फिर से अपनी पुरानी वाली शरारत पर उतर  आया और उसकी चोटी खींच कर बोला मोटो आजकल तेरे को क्या हुआ मुझसे क्यों बात भी नहीं करती हो।   कालेज में नज़र भी नहीं मिलाती हो।  मुझसे कोई गलती हो गई क्या देवी जी कैसे मैं तुमको मनाऊँ कैसे रिझाऊँ।  बस एक बार मुस्कुरा दो तो दस रूपये वाली कुल्फी भी खिलाऊँ।   अब क्या था शमा तो खिलखिलाकर ज़ोर से हँस पड़ी उसे देखकर अरुण भी उसके कन्धे दोनों हाथों से पकड़कर हँस पड़ा।  इस तरह उन दोनों का गुस्सा काफ़ूर हो चुका था।  अब अरुण ने पूछा तुम्हें कुछ गलतफहमी हो गई थी क्या या मुझ पर से तुम्हारा यकीन उठ गया था जो इस तरह से बर्ताव कर  रही थी।  शमा ने खा- तुम भी तो शिबू के दीवाने हो गए थे।  अरुण जोर से ठहाके मारकर हँस पड़ा।  ओह अब समझा देवी जो को ईर्ष्या होने लगी थी।  शिबू तो मुझे सिर्फ ये बता रही थी कि उसकी दुबई में राज के साथ अगले महीने शादी हो जायेगी तब वो दुबई में शिफ्ट हो जायेगी।   इसलिए ही थोड़ा उसका मनोबल न गिरे मैं कभी कभी उससे बात कर लेता था लेकिन जो जगह तुम्हारी मेरे दिल में है वो तो मैं किसी और को नहीं दे सकता।  अच्छा मोटो अब तुम बताओ कुछ और भी तुम्हेँ मुझसे शिकायत है तो मैं अभी उसको दूर कर देता हूँ।   सच बात यह है कि तुमसे बिना बात किए नहीं रह सकता।  तुमसे दूर नहीं रह सकता।  मुझे लगता है जो मेरा हाल है वही तुम्हारा भी हाल है।   चलो अब तो कुल्फी खाते हैं ये कहकर दोनों फिर से हँस दिए और फिर से दोनों प्रेमी एक हो गए।
@मीना गुलियानी 

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