यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 27 मई 2020

आओ मिलकर

आओ मिलकर इक दूजे की थाम ले बाहें
हम दोनों ही कदम अब आगे को बढ़ाएँ
जीवन तो इक गहरा सागर है हम दोनों
 पतवार थामके इक दूजे को पार लगायें
सुख दुःख को साथ सहेंगे वचन निभायें
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें