यह ब्लॉग खोजें

रविवार, 17 मई 2020

आँख लगते ही --कहानी

ये सपनों की दुनिया बहुत ही विचित्र होती है। जैसे ही हम बिस्तर पर नींद की आगोश में सोने लगते हैं तब हमारी आँखें सपने देखने लगती हैं।   कुछ सपने तो हमारे यथार्थ से संबंधित होते हैं जो इस धरातल पर आकर हमें उस समस्या का समाधान भी सपनों में ही बता देते हैं।   कुछ काल्पनिक होते हैं  कई सपने तो बेहद ही डरावने भी होते हैं।   हमारी चीख तक निकल जाती है।  रोंगटे खड़े हो जाते हैं।   कुछ सपने बेहद रोमांटिक होते हैं जैसे कि कोई फिल्म चल रही हो  और हम लगातार उसे देखते हुए  थकते भी नहीं हैं।

जब कोई व्यक्ति कुछ दिमाग में चल रहा हो उस सोच को साथ लेकर सोता है तो वो सपने में आता है ऐसा लोग मानते हैं।   सपनों का संबंध हमारी मानसिक स्थिति से होता है।   ये सपने काल्पनिक होते हैं.पर बहुत रोचक होते हैं।   अगर हम विदेश यात्रा का सपना देखते हैं तो ऐसा लगता है जैसे प्रत्यक्ष में ही हमने उस यात्रा को किया। हम अपनी मन की दबी कई इच्छाओं को सपनों के माध्यम से पूरा करते हैं। 

एक बार हमारी टीचर ने हमें खूब डांटा था।   इससे बहुत ही मुझे बुरा लगा क्योकि पूरी कक्षा के सामने डांटा गया था।   पूरी रात को वो गुस्सा मन में भरा हुआ था।   फिर वो सारा गुस्से का गुब्बार तब कम हुआ जब उस टीचर ने मेरे सपने में मुझे कहा मुझसे गलती हो गई आगे से सबके सामने तुम्हें कभी नहीं डाँटूंगी।फिर मुझे प्रेम से गले लगाकर खूब प्यार किया।   ये तो बाल मन की बात है।   जब आदमी वयस्क होता है तो अधिकतर सपने रोमांस से भरे होते हैं।   जब तक वो सपना चलता है आदमी आनंद लेता है जैसे ही सपना टूटता है वो परेशान हो जाता है।      

एक बार जब मैंने गुरुमंत्र लिया था तो हमारे गुरु जी ने दर्शन दिए और सपनों में आकर बहुत ज्ञान से भरे उपदेश भी दिए।   सपने तो सपने ही होते हैं।   ये जीवन को नई दिशा बताते हैं।   कई  बार हमारा मार्ग दर्शन भी करते हैं। कालेज के दिनों की एक घटना है कि मेरी एक सहेली  से झगड़ा हो गया था। मुझे लगा कि वो मेरे एक मित्र के बीच में दीवार बनके उससे मुझे अलग करना चाहती है।   उसने लाख बार मुझे माफ़ी भी मांगी और कहा कि तुमको गलतफहमी हो गई है।  जब मुझे सपना आया तो मुझे ये एहसास हुआ कि सारी गलती मेरी ही थी।   सपने में मैं खूब रोई  भी थी।   सुबह उठी तो उठते ही उसको फोन किया और अपनी गलती की उससे क्षमा मांगी। इस तरह सपनों का संसार बहुत ही निराला होता है  और ये सभी देखते हैं।   इनको देखने से मन शांत हो जाता है। 
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें