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मंगलवार, 18 सितंबर 2018

सदायें दिए जा

उठाए जा रंजो -ओ सितम और जिए जा
 न शिकवा जुबां पे ला अश्क अपने पिए जा

यही तेरी किस्मत का फैसला ऐ दिल
उठाए जा दर्दो -अलम दुआएँ दिए जा

सताये ज़माना तू परवाह न करना
उसी की इबादत का सहारा लिए जा

कोई गम नहीं गर जान भी जाए
तू चौखट पे उसकी सदायें दिए जा
@मीना गुलियानी 

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