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गुरुवार, 6 सितंबर 2018

यादों के दीप जलते हैं

जिंदगी के सफर में अब तो हम
तेरी यादों के साथ चलते हैं
तन्हा न रह सकेंगे तुझ बिन हम
थामके हाथ हम साथ चलते हैं

कभी मुझसे न दूर जाना तुम
न कभी आँख यूँ चुराना तुम
तेरे जाने से प्राण मेरे तो
लगता है जिस्म से निकलते हैं

न कभी मुझसे तुम खफा होना
रूठ जाऊँ तो तुम मना लेना
तेरे होने से सारी रौनक है
दिल में यादों के दीप जलते हैं
@मीना गुलियानी 

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