दिल की क़शमक़श और उलझनों में
उम्मीद की अपनी मैंने ढाल बनाई है
जिंदगी तुझसे आगे निकलने को
मैंने भी तो अपनी रफ़्तार बढ़ाई है
तुझसे खेलने में मज़ा आने लगा है
जीतने के लिए हौसला अफ़ज़ाई है
माना कि कुछ पल ग़म के मिले हैं
सुनहरे पलों ने कीमत चुकाई है
ये लहरें तूफ़ां क्यों टकराएं मुझसे
मैंने वफ़ा के नाम दुनिया लुटाई है
@मीना गुलियानी
उम्मीद की अपनी मैंने ढाल बनाई है
जिंदगी तुझसे आगे निकलने को
मैंने भी तो अपनी रफ़्तार बढ़ाई है
तुझसे खेलने में मज़ा आने लगा है
जीतने के लिए हौसला अफ़ज़ाई है
माना कि कुछ पल ग़म के मिले हैं
सुनहरे पलों ने कीमत चुकाई है
ये लहरें तूफ़ां क्यों टकराएं मुझसे
मैंने वफ़ा के नाम दुनिया लुटाई है
@मीना गुलियानी
बहुत सुंदर!! मैने भी तो रफ्तार बढाई है ...
जवाब देंहटाएंवाह मीना जी खूबसूरत।
वाह्ह्ह्ह् बहुत खूब
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर....
जवाब देंहटाएंवाह!!!