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शुक्रवार, 27 अप्रैल 2018

तेरे ग़म से इंतकाम लिया

मेरे नसीब ने फिर मेरा इम्तेहान लिया
तेरी यादों ने चुपके से दिल थाम लिया

हवा भी सर्द हुई दिल भी तो बेचैन हुआ
आई शाम तो दिल ने तेरा नाम लिया

मैं तो चुपचाप रहा कुछ न तुझे बोल सका
मेरी तमन्नाओं ने जाके तेरा सलाम लिया

दिए गम तूने मैंने कोई शिकवा न किया
मेरी ख़ुशी ने तेरे ग़म से इंतकाम लिया
@मीना गुलियानी 

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