जिंदगी के साथ कदम मिलाकर चलना पड़ता है
वक्त के साथ खुद को बदलना भी पड़ता है
राहों में मुश्किलें तो आती जाती रहती हैं
लगे जो ठोकर तो खुद सम्भलना पड़ता है
माना कि हर तरफ अँधेरा है छाया हुआ
दिल के चिरागों को रोशन रखना पड़ता है
हर कोई शख़्स ताउम्र तो साथ नहीं देता
अपने ग़म को छुपाकर हँसना भी पड़ता है
वक्त तो हमेशा ही आँख मिचौली खेलता है
जिंदगी के फूल को आँधियो से बचाना पड़ता है
@मीना गुलियानी
वक्त के साथ खुद को बदलना भी पड़ता है
राहों में मुश्किलें तो आती जाती रहती हैं
लगे जो ठोकर तो खुद सम्भलना पड़ता है
माना कि हर तरफ अँधेरा है छाया हुआ
दिल के चिरागों को रोशन रखना पड़ता है
हर कोई शख़्स ताउम्र तो साथ नहीं देता
अपने ग़म को छुपाकर हँसना भी पड़ता है
वक्त तो हमेशा ही आँख मिचौली खेलता है
जिंदगी के फूल को आँधियो से बचाना पड़ता है
@मीना गुलियानी
लाजवाब सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
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