चहुँ ओर मचा है हाहाकार
बर्बादी का मचा है तांडव
नौजवानों जागो तुम
अब निद्रा को त्यागो तुम
शिवजी का डमरू भी बोले
डम डम डम हर हर भोले
अब तो अलख जगाओ तुम
आगे कदम बढ़ाओ तुम
मर्यादा हो रही तार तार
हर तरफ है भ्रष्टाचार
स्त्री की मर्यादा रहे सुरक्षित
दहेज का कलंक मिटाओ तुम
कहाँ है अब वो देश हमारा
कहते थे जिसे हम सोन चिरैया
अब वीणा की तान भी टूटी
कैसे होगा ता ता थैया
अब वीणा के तार कसो तुम
नारी की पीड़ा को हरो तुम
तुम पर है सबको भरोसा
देश को खुशहाल बनाओ तुम
@मीना गुलियानी
बर्बादी का मचा है तांडव
नौजवानों जागो तुम
अब निद्रा को त्यागो तुम
शिवजी का डमरू भी बोले
डम डम डम हर हर भोले
अब तो अलख जगाओ तुम
आगे कदम बढ़ाओ तुम
मर्यादा हो रही तार तार
हर तरफ है भ्रष्टाचार
स्त्री की मर्यादा रहे सुरक्षित
दहेज का कलंक मिटाओ तुम
कहाँ है अब वो देश हमारा
कहते थे जिसे हम सोन चिरैया
अब वीणा की तान भी टूटी
कैसे होगा ता ता थैया
अब वीणा के तार कसो तुम
नारी की पीड़ा को हरो तुम
तुम पर है सबको भरोसा
देश को खुशहाल बनाओ तुम
@मीना गुलियानी
1-pehle to hm sirf lallu das khate they
जवाब देंहटाएंDekh kr musibt ko dekh hm rone
lg jate they
har k r hm gye uski shrn mein
2 usne kaha tum vyrth mein ho ghbrate
Dukh sukh to hain aate jate
Bno ksht se jyada taqtevr
3waqt se agey bhi dekhna seekho
Jivn chahe kthin hai rona dhona chodo
meethe meethe ko to gdp gdp krte ho
aur kdve ko thu thu
4isilye tum dukhi rehte
smjhe ab lalooji
kis doctor ne tumhe sikhaaya
such mein hnso tum
dukh mein apna neer bhao
smsyaen hoti hain jivn mein bahut
uth kr unkaa hl nikalo
hmaare dimag mein yh der se aaya
घुट घुट के बहुत mt rha kro tum
अब कड़वे घूँट पीna seekho
5baat theek thi uski
Hmne jht gaanfh baandh li
मैंने जीना सीख लिया
सागर में मौजो के हाथों में
पतवार ही जब सौंप दी
फिर तूफां से डर कैसा
मंझधार से तैरना सीख लिया
नीला अंबर मेरा प्रहरी बना
बिजली मुझे राह दिखाती है
हर मोड़ पे ग़म की बदली
मुझे देखके अब घबराती है
डर लगता नहीं किसी हार से
हर हार से जीतना सीख लिया
tb se hm bde hi khush rhte hain.koi hmen ab lallu das nhin kehta----ashok