बिन पिए ही कदम लड़खड़ाने लगे हैं
जिंदगी की राह में डगमगाने लगे हैं
कुछ दिन पहले तो आई थीं बहारें
ख़ुशी ही ख़ुशी की बरसी थीं फुहारें
गुलिस्तां के फूल मुरझाने लगे हैं
शायद मुझमें ही कोई कमी है
जो तू मेरा होके भी मेरा नहीं है
दिल तसल्ली से बहलाने लगे हैं
सोचा था आएगा रास्ते का भूला
पर तू तो इधर का रास्ता ही भूला
रास्ते के शूल हम उठाने लगे हैं
@मीना गुलियानी
जिंदगी की राह में डगमगाने लगे हैं
कुछ दिन पहले तो आई थीं बहारें
ख़ुशी ही ख़ुशी की बरसी थीं फुहारें
गुलिस्तां के फूल मुरझाने लगे हैं
शायद मुझमें ही कोई कमी है
जो तू मेरा होके भी मेरा नहीं है
दिल तसल्ली से बहलाने लगे हैं
सोचा था आएगा रास्ते का भूला
पर तू तो इधर का रास्ता ही भूला
रास्ते के शूल हम उठाने लगे हैं
@मीना गुलियानी
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