हुआ आगमन ग्रीष्म ऋतु का
आम्रमंजरी ने भी ली अंगड़ाई
नीम के वृक्ष ने निंबौली बिखराई
सुबह सूर्योदय से पूर्व की शीतल
बयार सबके मन को अति भाई
दोपहर में गर्मी ने तपन बढ़ाई
प्यास की मात्रा में हुई अधिकाई
गन्ने का रस पीकर तपन बुझाई
घरों में ए सी, कूलर ने होड़ मचाई
चाय ,कॉफ़ी से अच्छी लगे ठण्डाई
चिड़िया ,मैना भी लगी चहकने
जब मिट्टी से सौंधी खुशबु आई
नन्ही गिलहरी भी फुदकने लगी
पेड़ की टहनी के ऊपर चढ़ने लगी
तीतर ,कबूतर दाना चुगने लगे
कुत्ते ,बिल्ली रोटी ले भगने लगे
खेतों में होने लगी फसलों की कटाई
धानी चुनरिया पहन धरती मुस्काई
@मीना गुलियानी
आम्रमंजरी ने भी ली अंगड़ाई
नीम के वृक्ष ने निंबौली बिखराई
सुबह सूर्योदय से पूर्व की शीतल
बयार सबके मन को अति भाई
दोपहर में गर्मी ने तपन बढ़ाई
प्यास की मात्रा में हुई अधिकाई
गन्ने का रस पीकर तपन बुझाई
घरों में ए सी, कूलर ने होड़ मचाई
चाय ,कॉफ़ी से अच्छी लगे ठण्डाई
चिड़िया ,मैना भी लगी चहकने
जब मिट्टी से सौंधी खुशबु आई
नन्ही गिलहरी भी फुदकने लगी
पेड़ की टहनी के ऊपर चढ़ने लगी
तीतर ,कबूतर दाना चुगने लगे
कुत्ते ,बिल्ली रोटी ले भगने लगे
खेतों में होने लगी फसलों की कटाई
धानी चुनरिया पहन धरती मुस्काई
@मीना गुलियानी
मीना जी सरस सहज धारा प्रवाह लिये सुरभित काव्य।
जवाब देंहटाएंV1vrsha ritu aai,
जवाब देंहटाएंnbh pr kale baadal chaaye
Pavn chle purvai
2 dhrti ne nvyovan paaya
Hriyali hai chaai
Dhaani chunri oodh mudit mn
hai prkriti muska
3 nachen myur ab prsnn ho kr kr
bahe gyaan ka saagr jhr jhr
krm kren kuch aise jinse
stt bhe jivn ka nirjhr-ashok
वाह!!बहुत सुंदर।
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