तू जो आज मेरे करीब है
मुझे तुझपे कितना यकीन है
कभी दूर न था तू पास से
तेरा रिश्ता कितना अज़ीम है
ये जो लम्हे सारे गुज़र गए
मेरे हौसलों में यकीन है
मेरी धड़कनों में रमा है तू
मुझे खुद पे इतना यकीन है
तेरी रहमतें मुझ पर हुईं
मेरे साथ मेरा करीम है
@मीना गुलियानी
मुझे तुझपे कितना यकीन है
कभी दूर न था तू पास से
तेरा रिश्ता कितना अज़ीम है
ये जो लम्हे सारे गुज़र गए
मेरे हौसलों में यकीन है
मेरी धड़कनों में रमा है तू
मुझे खुद पे इतना यकीन है
तेरी रहमतें मुझ पर हुईं
मेरे साथ मेरा करीम है
@मीना गुलियानी
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