मेरे दिल तू ज़रा धीरे से धड़क
उसका पैगाम आता है
पवन तू भी ज़रा धीरे से चल
कोई गुनगुनाता है
हवा उसकी खुशबु लेके चली
घटा भी झूमके बरसने लगी
मुझको करना है उसका इंतज़ार
वो जो मेरी नगरिया आता है
मुझको छूने लगी है उसकी परछाई
दिल के कोने में बजती है शहनाई
उमंगें दिल में उठी बज उठे हैं तार
वो जब दिल में मेरे मुस्कुराता है
@मीना गुलियानी
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