वो सब टेसू के रंग में भीग रहे हैं
होली आई गुलाल से सराबोर हैं
बच्चे हरसिंगार के फूल झाड़ रहे हैं
पानी में कागज़ की नाव चला रहे हैं
सपने मेरी आँखों में लहलहाने लगते हैं
होंठ अनकहे रहकर थरथराने लगते हैं
तुम्हें कुछ याद है हमने क्या खोया है
तुम्हारी याद में अपना दिल गंवाया है
वो मधुर सुहाने दिन जल्दी ही बीत गए
आँखों से छलके मधु प्याले क्यों रीत गए
@मीना गुलियानी
होली आई गुलाल से सराबोर हैं
बच्चे हरसिंगार के फूल झाड़ रहे हैं
पानी में कागज़ की नाव चला रहे हैं
सपने मेरी आँखों में लहलहाने लगते हैं
होंठ अनकहे रहकर थरथराने लगते हैं
तुम्हें कुछ याद है हमने क्या खोया है
तुम्हारी याद में अपना दिल गंवाया है
वो मधुर सुहाने दिन जल्दी ही बीत गए
आँखों से छलके मधु प्याले क्यों रीत गए
@मीना गुलियानी
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