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सोमवार, 26 फ़रवरी 2018

मधु प्याले क्यों रीत गए

वो सब टेसू के रंग में भीग रहे हैं
होली आई  गुलाल से सराबोर हैं

बच्चे हरसिंगार के फूल झाड़ रहे हैं
 पानी में कागज़ की नाव चला रहे हैं

सपने मेरी आँखों में लहलहाने लगते हैं
होंठ अनकहे रहकर थरथराने लगते हैं

तुम्हें कुछ याद है हमने क्या खोया है
तुम्हारी याद में अपना दिल गंवाया है

वो मधुर सुहाने दिन जल्दी ही बीत गए
आँखों से छलके मधु प्याले क्यों रीत गए
@मीना गुलियानी 

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