तिनके का मिला सहारा मुझे
ख़्वाब आशियाने के बुनने लगी
हरी पत्तियों की कोमलता लेकर
फिर से मैं जीवन नया जीने लगी
फूलों की शबनम तितली के रंग
चुराकर आशियाना सजाने लगी
चिड़िया सा उड़ता है मेरा मन
भंवरों की रोज़ सुनती हूँ गुँजन
मिट्टी की सौंधी खुशबु मुझको
स्वर्ण कण जैसे लगने लगी
जिसे मैं धरा से चुनने लगी
ख्वाबों में गीत नए बुनने लगी
@मीना गुलियानी
ख़्वाब आशियाने के बुनने लगी
हरी पत्तियों की कोमलता लेकर
फिर से मैं जीवन नया जीने लगी
फूलों की शबनम तितली के रंग
चुराकर आशियाना सजाने लगी
चिड़िया सा उड़ता है मेरा मन
भंवरों की रोज़ सुनती हूँ गुँजन
मिट्टी की सौंधी खुशबु मुझको
स्वर्ण कण जैसे लगने लगी
जिसे मैं धरा से चुनने लगी
ख्वाबों में गीत नए बुनने लगी
@मीना गुलियानी
बहुत ही सुंदर।
जवाब देंहटाएंनैनो ने देखे ख्वाब
हम सपने सजाने लगे
तिनको का आशियाना
फूलों से सजाने लगे।
वाह वाह।