कैसे सह जाते हैं जुदाई के पल तुम बिन
बदलते रहोगे करवटें तुम भी यूँ रात दिन
इक पल भी युग सम बीते कटे न पल छिन
नागिन सी डसती रैना चैन न आवे तुम बिन
@मीना गुलियानी
बदलते रहोगे करवटें तुम भी यूँ रात दिन
इक पल भी युग सम बीते कटे न पल छिन
नागिन सी डसती रैना चैन न आवे तुम बिन
@मीना गुलियानी
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