आगे बढ़ोगे तो नए
रास्ते भी खुलने लगेंगे
कई अपने बेगाने भी
इस पथ में तुमको मिलेंगे
उगते हुए सूरज को भी
इक दिन ढलना होगा
इस सत्य को पहचानो
जड़ता को चैतन्य में
परिवर्तित करना होगा
@मीना गुलियानी
रास्ते भी खुलने लगेंगे
कई अपने बेगाने भी
इस पथ में तुमको मिलेंगे
उगते हुए सूरज को भी
इक दिन ढलना होगा
इस सत्य को पहचानो
जड़ता को चैतन्य में
परिवर्तित करना होगा
@मीना गुलियानी
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