Meena's Diary
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मंगलवार, 14 अप्रैल 2020
चाँद मेरा हमसफ़र
शाम की तन्हाईयों में जब कोई
दूर तक भी नज़र नहीं आता तब
चाँद को अपना हमसफ़र बनाते हैं
अपनी यादों का मेला हम सजाते हैं
चाँद सितारों के साथ गुनगुनाते हैं
@मीना गुलियानी
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