रुकने का वादा काश तूने कर लिया होता
तो आज यूँ दिल न मेरा तड़प रहा होता
एहसास का मारा न दिल यूँ बेज़ार होता
रिश्ता हम दोनों का न यूँ तार तार होता
न यूँ सरे बाज़ार बेनकाब प्यार ही होता
@मीना गुलियानी
तो आज यूँ दिल न मेरा तड़प रहा होता
एहसास का मारा न दिल यूँ बेज़ार होता
रिश्ता हम दोनों का न यूँ तार तार होता
न यूँ सरे बाज़ार बेनकाब प्यार ही होता
@मीना गुलियानी
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