तुम हो प्रीतम प्राण हमारे
मैं चरण की धूल हूँ
तुम हो मेरी सृष्टि सारी
मैं हूँ तेरी कल्पना
तुम हो दीपक
मैं हूँ ज्योति
तेरी राहों की धूल हूँ
तेरी राहों में बिछी मैं
तेरी बगिया की कली
तेरी नज़रों से जो बिछुड़ी
धूल में फिर आ मिली
तुम जो फूल तो शूल हूँ
@मीना गुलियानी
मैं चरण की धूल हूँ
तुम हो मेरी सृष्टि सारी
मैं हूँ तेरी कल्पना
तुम हो दीपक
मैं हूँ ज्योति
तेरी राहों की धूल हूँ
तेरी राहों में बिछी मैं
तेरी बगिया की कली
तेरी नज़रों से जो बिछुड़ी
धूल में फिर आ मिली
तुम जो फूल तो शूल हूँ
@मीना गुलियानी
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