आज मेरा मन मदहोश हुए जाता है
कोई जब दूर से आवाज़ दिए जाता है
बात करते हैं सनम , तेरे जलवों की जो हम
फिर से बरसी है घटा ,रुक रुक के ओ सनम
दिल तो पागल है ये , बेख़ौफ़ हुए जाता है
तेरे आने की खबर, मिली जब हमको सनम
नैनो से नींद उडी, रात भर जागे थे हम ,
इक फ़साना है जो ,बेहोश किए जाता है
दूर न जाओ सनम, तुमको अब मेरी कसम
इल्तज़ा मान भी लो , नहीँ तो रो देंगे हम
दिल का गम चुपके से , अश्कों से छलक जाता है
@ मीना गुलियानी
कोई जब दूर से आवाज़ दिए जाता है
बात करते हैं सनम , तेरे जलवों की जो हम
फिर से बरसी है घटा ,रुक रुक के ओ सनम
दिल तो पागल है ये , बेख़ौफ़ हुए जाता है
तेरे आने की खबर, मिली जब हमको सनम
नैनो से नींद उडी, रात भर जागे थे हम ,
इक फ़साना है जो ,बेहोश किए जाता है
दूर न जाओ सनम, तुमको अब मेरी कसम
इल्तज़ा मान भी लो , नहीँ तो रो देंगे हम
दिल का गम चुपके से , अश्कों से छलक जाता है
@ मीना गुलियानी
दिल का गम अश्कों से छलक जाता है मुद्दतों बाद जब कोई मिलता है रचना बहुत अच्छी है
जवाब देंहटाएंदिल का गम अश्कों से छलक जाता है मुद्दतों बाद जब कोई मिलता है रचना बहुत अच्छी है
जवाब देंहटाएंदिल का गम अश्कों से छलक जाता है मुद्दतों बाद जब कोई मिलता है रचना बहुत अच्छी है
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