यह ब्लॉग खोजें

मंगलवार, 18 अक्तूबर 2016

आज की रात

चाँद से तारों का अब होगा मिलन आज की रात
कहने आई है मुझे देखो तो ये चन्द्रकिरण
आज की रात -------------------------------

आज तो तारों का डोला भी गुनगुनाएगा
धरती पे पहन के पायल नाचे गायेगा
धरती और गगन का भी होगा संगम
आज की रात --------------------------------

कबसे बिछुड़े हुए दिल आज मिल ही जाएंगे
फूल बगिया में हज़ारों खिल ही जाएंगे
खुशबु आज तो लुटायेगा चमन
आज की रात ----------------------------------

तन्हा आज तो कोई भी न रह पायेगा
मौसम ये प्यार का इक मधुर गीत गायेगा
हरसू लायेंगी बहारें भी संग मस्त पवन
आज की  रात -----------------------------------
@मीना गुलियानी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें