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गुरुवार, 11 अक्टूबर 2018

माता की भेंट -3 - तू मुझे अपना

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ओ आजा मेरी मईया ओ प्यारी प्यारी मईया
मोरे अंगनवा तू जल्दी से आ

रात दिन मईया मैं राह देखूँ तेरी
काहे तू न आये लगाए मईया देरी
जल्दी से आजा न और तरसा

नैना मेरे मईया जी दर्शन मांगे
तुझसे ऐ मईया न कुछ और मांगे
आके तू अखियों की प्यास मिटा

दुनिया ने मईया है मुझको सताया
सब कुछ छोड़ मईया तेरे दर आया
सुनले तू विनती माँ लाज बचा

कब तक तेरी माँ राह निहारुँ
तुझे छोड़ मईया मैं किसको पुकारूँ
छोड़ा ज़माना तू मुझे अपना
@मीना गुलियानी

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