तुम प्यार से इक बार मुस्कुरा दो
गजब हो जाएगा
तेरी यादों में खोया मैं रहता हूँ
अपनी मस्ती में सोया रहता हूँ
तुम ख़्वाब में आके मुझे जगा दो
गजब हो जाएगा
फ़िक्र न दुनिया की न पर्दादारी है
तेरी चौखट पर ही अर्ज गुज़ारी है
मेरे सोए हुए नसीब को जगा दो
गजब हो जाएगा
@मीना गुलियानी
गजब हो जाएगा
तेरी यादों में खोया मैं रहता हूँ
अपनी मस्ती में सोया रहता हूँ
तुम ख़्वाब में आके मुझे जगा दो
गजब हो जाएगा
फ़िक्र न दुनिया की न पर्दादारी है
तेरी चौखट पर ही अर्ज गुज़ारी है
मेरे सोए हुए नसीब को जगा दो
गजब हो जाएगा
@मीना गुलियानी
बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंउत्तम रचना ।
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