यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 5 अक्टूबर 2018

बांधा तेरी कलाई पे डोरा

खन खन खनके कंगना मोरा
जियरा मोरा बना चकोरा

रोज़ दुआएँ रब से मांगू
रहे सलामत साजन मोरा

सुर्ख लिबास जो पहना मैंने
उसपे दुपट्टा काला ओढ़ा

नज़र लगे न तुझको किसी की
बांधा तेरी कलाई पे डोरा
@मीना गुलियानी 

2 टिप्‍पणियां: