जबसे मिला है प्रेम तुम्हारा
दिल मदहोश फिरे बेचारा
मन पंछी को मिला सहारा
समझे ये नैनो की भाषा
तन मन जोगी भया उदासा
खिला फूल सा जीवन उपवन
सुरभित हुआ प्रफुल्लित मन
भावों का हुआ अवगुण्ठन
अश्रु रहित हैं आज नयन
प्यासी प्यासी ये चितवन
झाँके प्रेम से भोले ये नयन
@मीना गुलियानी
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