माता की भेंट
हे अम्बिके भवानी दर्शन मुझे दिखाओ
अन्धकार ने है घेरा ज्योति मुझे दिखाओ
मईया तेरे दर का मुझको तो इक सहारा
नैया भंवर में डोले सूझे नहीं किनारा
मंझधार से निकालो नैया मेरी बचाओ
लाखों को तूने तारा भव पार है उतारा
बतलाओ मेरी माता मुझको क्यों बिसारा
बच्चा तेरा हूँ मईया मुझको गले लगाओ
सूनी हैं मेरी राहें आंसू भरी निगाहें
बोझिल हैं मेरी सांसे दुःख कैसे हम सुनाएं
गम आज सारे मेरे मईया तुम्हीं मिटाओ
तेरा नाम सुनके आया जग का हूँ माँ सताया
मुझको गले लगाओ तेरी शरण हूँ आया
रास्ते विकट हैं मईया अज्ञान को मिटाओ
@मीना गुलियानी
हे अम्बिके भवानी दर्शन मुझे दिखाओ
अन्धकार ने है घेरा ज्योति मुझे दिखाओ
मईया तेरे दर का मुझको तो इक सहारा
नैया भंवर में डोले सूझे नहीं किनारा
मंझधार से निकालो नैया मेरी बचाओ
लाखों को तूने तारा भव पार है उतारा
बतलाओ मेरी माता मुझको क्यों बिसारा
बच्चा तेरा हूँ मईया मुझको गले लगाओ
सूनी हैं मेरी राहें आंसू भरी निगाहें
बोझिल हैं मेरी सांसे दुःख कैसे हम सुनाएं
गम आज सारे मेरे मईया तुम्हीं मिटाओ
तेरा नाम सुनके आया जग का हूँ माँ सताया
मुझको गले लगाओ तेरी शरण हूँ आया
रास्ते विकट हैं मईया अज्ञान को मिटाओ
@मीना गुलियानी
जय मात भवानी
जवाब देंहटाएंनवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं आपको और आपके परिवार को
Thanks Abhilasha ji for ur best wishes.
जवाब देंहटाएंमाँ की इस भेंट में भक्ति का सार है ...
जवाब देंहटाएंमाँ के प्रेम की पुकार है ... नव रात्रि को हार्दिक शुभकामनायें ....