दिल की गहराई में तुम उतर गए
सारे गिले शिकवे जाने किधर गए
तुम इस कदर समाये हो दिल में मेरे
जिस तरह कि नभ में तारे बिखर गए
मेरी हसरतें भी पूछती हैं उनसे क्या कहूँ
मेरे तो सब अरमान मुझको बिसर गए
तन्हाईयाँ पूछती नहीं तेरा पता कभी
हालात जिंदगी के जैसे अब सुधर गए
@मीना गुलियानी
सारे गिले शिकवे जाने किधर गए
तुम इस कदर समाये हो दिल में मेरे
जिस तरह कि नभ में तारे बिखर गए
मेरी हसरतें भी पूछती हैं उनसे क्या कहूँ
मेरे तो सब अरमान मुझको बिसर गए
तन्हाईयाँ पूछती नहीं तेरा पता कभी
हालात जिंदगी के जैसे अब सुधर गए
@मीना गुलियानी
वाह क्या बात है
जवाब देंहटाएंThanks Rakesh Sharma ji for ur comments
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