दूर का ये मेरा सफर है
पता न जाना किधर है
तू छिपा अब किधर है
ग़ाफ़िल मेरी नज़र है
सफर से हूँ अनजाना
चल पड़ा हूँ मैं बेगाना
हिम्मत हमसफ़र है
न कोई डर न फ़िक्र है
रहमो कर्म मुझ पर है
@मीना गुलियानी
पता न जाना किधर है
तू छिपा अब किधर है
ग़ाफ़िल मेरी नज़र है
सफर से हूँ अनजाना
चल पड़ा हूँ मैं बेगाना
हिम्मत हमसफ़र है
न कोई डर न फ़िक्र है
रहमो कर्म मुझ पर है
@मीना गुलियानी
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