किनारा कर लिया हमने
दुनिया के रीति रिवाज से
झूठे इसके अलफ़ाज़ से
सहेंगे न अब जुर्म कोई
टूटेगी न हिम्मत संजोई
डिग सकेगा न इमां हमारा
मुझे है इक तेरा सहारा
@मीना गुलियानी
दुनिया के रीति रिवाज से
झूठे इसके अलफ़ाज़ से
सहेंगे न अब जुर्म कोई
टूटेगी न हिम्मत संजोई
डिग सकेगा न इमां हमारा
मुझे है इक तेरा सहारा
@मीना गुलियानी
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