तुम्हें क्या मिला है मुझे इस तरह सता के
तुम्हें क्या मिलेगा आखिर ऐसे मुझे रुला के
मेरे जख्मी दिल से पूछो हाले दिल मेरा
छलनी हुआ ज़हर से दिए घूँट दो पिलाके
चाहा न मैंने कुछ भी इक सिर्फ तुम्हें पाके
@मीना गुलियानी
तुम्हें क्या मिलेगा आखिर ऐसे मुझे रुला के
मेरे जख्मी दिल से पूछो हाले दिल मेरा
छलनी हुआ ज़हर से दिए घूँट दो पिलाके
चाहा न मैंने कुछ भी इक सिर्फ तुम्हें पाके
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें