उन्मुक्तता का छलावा
व्यर्थ का दिखावा
बातों में रुझान
आँखों में तूफ़ान
दिल है पशेमान
बोझिल हैं सांसें
रुकने को सांसें
डूबती है जां
कैसे हैं जज़्बात
हाय रे हालात
@मीना गुलियानी
व्यर्थ का दिखावा
बातों में रुझान
आँखों में तूफ़ान
दिल है पशेमान
बोझिल हैं सांसें
रुकने को सांसें
डूबती है जां
कैसे हैं जज़्बात
हाय रे हालात
@मीना गुलियानी
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