आजकल आदमी ज्यादा मसरूफ़ है
उसे मिलने की फुरसत ही नहीं है
देखा जाए तो उसे कोई काम नहीं है
वो यही कहेगा फुरसत ही नहीं है
गुज़र जाएगा जो वो पल भी यही है
पछतायेगा याद करके जिसे यही है
@मीना गुलियानी
उसे मिलने की फुरसत ही नहीं है
देखा जाए तो उसे कोई काम नहीं है
वो यही कहेगा फुरसत ही नहीं है
गुज़र जाएगा जो वो पल भी यही है
पछतायेगा याद करके जिसे यही है
@मीना गुलियानी
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