दुआ माँगते चलो जिधर से तुम गुज़रो
गुलशन की हरी रहे हर डाली कभी
किसी भी बाग़ से न रूठे कोई माली
हमेशा दुआ करते रहो सजदे में रहो
कभी झोली किसी की न हो खाली
हर घर में उमंगें हों और खुशहाली
न कोई भूखा हो सबसे प्यार करो
कुछ अपने हाथों से परोपकार करो
@मीना गुलियानी
गुलशन की हरी रहे हर डाली कभी
किसी भी बाग़ से न रूठे कोई माली
हमेशा दुआ करते रहो सजदे में रहो
कभी झोली किसी की न हो खाली
हर घर में उमंगें हों और खुशहाली
न कोई भूखा हो सबसे प्यार करो
कुछ अपने हाथों से परोपकार करो
@मीना गुलियानी
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