नाव मेरी पड़ी मँझधार पतवार तेरे हाथ में है
सबके दिलों के अरमां तुम ही तो पूरे करते
सबकी झोलियाँ भी रहमत से अपनी भरते
मेरे तो तुम खिवैया मँझधार साथ में है
आये जो दुखिया दर पे आँखों में लेके आँसू
हर लेते उसके दुःख को और पोंछ देते आँसू
तेरा ही आसरा है तकदीर तेरे हाथ में है
@मीना गुलियानी
सबके दिलों के अरमां तुम ही तो पूरे करते
सबकी झोलियाँ भी रहमत से अपनी भरते
मेरे तो तुम खिवैया मँझधार साथ में है
आये जो दुखिया दर पे आँखों में लेके आँसू
हर लेते उसके दुःख को और पोंछ देते आँसू
तेरा ही आसरा है तकदीर तेरे हाथ में है
@मीना गुलियानी
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