तेरा मेरा रिश्ता आज भी है कल भी रहेगा
ये बंधन अटूट , आत्मिक और नैसर्गिक है
समे भवन के पुष्प हैं बहुत अनमोल हैं
इसमें कहीं भी बनावट नहीं प्रेम भरा हुआ है
कोई भी छल कपट नहीं निस्वार्थ भावना है
इसलिए ही हमारा रिश्ता हमेशा कायम रहेगा
@मीना गुलियानी
ये बंधन अटूट , आत्मिक और नैसर्गिक है
समे भवन के पुष्प हैं बहुत अनमोल हैं
इसमें कहीं भी बनावट नहीं प्रेम भरा हुआ है
कोई भी छल कपट नहीं निस्वार्थ भावना है
इसलिए ही हमारा रिश्ता हमेशा कायम रहेगा
@मीना गुलियानी
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