जब कोई मर्यादा का उल्लंघन करता है
तो उसका हँसता खेलता परिवार भी
तिनका तिनका होकर बिखर जाता है
सबको घर के संस्कार निभाने चाहिए
घर की देहलीज़ पार नहीं करनी चाहिए
आचार,विचार अच्छा ही होना चाहिए
घर समाज से बँधा रहता है उसके नियम
कई बार सबको पालन करने ज़रूरी हैं
मनुष्य का नैतिक पतन तभी होता है
जब वो समाज के नियम तोड़ता है
तभी सब कुछ उसका बिखर जाता है
@मीना गुलियानी
तो उसका हँसता खेलता परिवार भी
तिनका तिनका होकर बिखर जाता है
सबको घर के संस्कार निभाने चाहिए
घर की देहलीज़ पार नहीं करनी चाहिए
आचार,विचार अच्छा ही होना चाहिए
घर समाज से बँधा रहता है उसके नियम
कई बार सबको पालन करने ज़रूरी हैं
मनुष्य का नैतिक पतन तभी होता है
जब वो समाज के नियम तोड़ता है
तभी सब कुछ उसका बिखर जाता है
@मीना गुलियानी
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