जब मैंने कुछ कहा तो किसी ने न सुना
अब चुप हुआ तो सबने बनाये अफ़साने
गुज़ारे कितने ही लम्हे यूँ तेरे बगैर
अब तो खुद भी लगने लगे हैं दीवाने
ये चाँद सितारे भी आज ग़ुम क्यों हुए
गए हैं शायद किसी का दिल बहलाने
@मीना गुलियानी
अब चुप हुआ तो सबने बनाये अफ़साने
गुज़ारे कितने ही लम्हे यूँ तेरे बगैर
अब तो खुद भी लगने लगे हैं दीवाने
ये चाँद सितारे भी आज ग़ुम क्यों हुए
गए हैं शायद किसी का दिल बहलाने
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें